प्रियवर सदा मुस्कुराना
प्रियवर अपना स्नेह अमिट रखना
गर हो कोई गुस्ताखी
तो विस्मृत कर देना क्षमा कर देना
सदा मुस्कुराना
फिर भी अगर तुम जाना चाहते हो तो जा ना
बगैर किसी दुरा - भाव बद-कहाव के जाना
जाते हुए भी शुभेच्छाऐं लेते जाना
तुम्हारे साथ ने जीवन जीना सिखाया
गैरों को अपना बनाया सिखाया
अब अपनी यादों को
खुशियों से सजाना
सदा मुस्कुराना
तुम जाना चाहते हो तो जाना
अपना स्नेह, विश्वास दूसरों में जगाना
जहां भी रहो
सदा मुस्कुराना
फिर भी
अगर हो सके तो लौट कर आना
तुम बिन मैं शून्य,
आकर गले लगाना
अनंत जीवन साथ में है बिताना
सदा मुस्कुराना
प्रियवर
अपने कंधो पर मुझे ले
मुक्ति मार्ग दिखाना
सदा मुस्कुराना
(राजेंद्र कुमार बाजपेयी)
सहायक अभियंता